पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की अधिकारियों को धमकी, VIDEO: Ambedkarnagar में बोले- ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों का नाम नोट कर लें, 10 मार्च के बाद एक-एक का हिसाब करेंगे

पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा की अधिकारियों को धमकी, VIDEO: Ambedkarnagar में बोले- ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों का नाम नोट कर लें, 10 मार्च के बाद एक-एक का हिसाब करेंगे

Ambedkarnagar की टांडा विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा ने अधिकारियों को सबक सिखाने की धमकी दी है। एक कार्यक्रम के दौरान मंच से उन्होंने कहा, 10 मार्च के बाद भ्रष्ट अधिकारियों को आपके बीच खोजकर लाऊंगा। आप लोग ऐसे अधिकारियों का नाम नोट करके रख लीजिए। सरकार बनते ही उनसे हिसाब होगा।

भ्रष्ट अधिकारियों, कर्मचारियों को मांगनी पड़ेगी माफी

पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा ने कहा, पुलिस, लेखपाल, तहसीलदार, बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी, जिन्होंने बिजली चोरी के नाम पर लाखों की वसूली की है, उनका नाम आप लोग याद रखें और नोट करके रख लें। मेरे पिछले 5 साल के कार्यकाल को याद रखें कि तरह से मैंने काम किया था।

कार्यकर्ता सम्मेलन में अधिकारियों को दी धमकी

इस बार 10 मार्च के बाद ऐसे अधिकारी और कर्मचारी चाहें वो जिले की किसी भी तहसील में रहेंगे, उन्हें आपके बीच लाकर खड़ा कर दूंगा। उन्हें आपसे माफी मांगनी पड़ेगी और पैसा भी वापस करना पड़ेगा। बता दें कि बीते मंगलवार को टांडा कस्बे में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने से राममूर्ति वर्मा पहुंचे थे। इस दौरान उनके भाषण का वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया, जिसमें वह सरकार बनने के बाद अधिकारियों को सबक सिखाने की बात कह रहे हैं।

कार्यक्रम के बाद मीडिया ने जब सवाल पूछा, यहां कई बड़े पदाधिकारी और नगर कमेटी के लोग नहीं दिखाई पड़ रहे हैं तो राममूर्ति वर्मा ने कहा, उनकी पार्टी के संविधान में नगर कमेटी या उसके अध्यक्ष का कोई पद ही नहीं है और न ही इन पदों के बारे में उन्हें कोई जानकारी है। उन्होंने विधानसभा कमेटी से बात की थी। वहीं से बताया गया कि टांडा में सैय्यद कसीम अशरफ नगर अध्यक्ष हैं।

अखिलेश की सरकार में मंत्री बने थे राममूर्ति

राममूर्ति वर्मा को समाजवादी पार्टी का जमीन ही नेता माना जाता है। लंबे समय से पार्टी में रहकर ही काम कर रहे हैं। वर्ष 2012 में सपा से अकबरपुर विधानसभा से जीतकर पहली बार अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री बने थे। 2022 के चुनाव से पहले बसपा से निष्कासित अकबरपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री रामअचल राजभर के सपा में शामिल होने के बाद राममूर्ति वर्मा के टिकट को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।

अकबरपुर से टिकट की आस में थे राममूर्ति के समर्थक

हालांकि पार्टी उन्हें लगातार समायोजित करने के लिए आश्वासन दे रही थी। पहले तो राममूर्ति वर्मा के समर्थकों को लग रहा था पार्टी उन्हें अकबरपुर से ही उतारेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीच में पार्टी उन्हें आजमगढ़ के सगड़ी विधानसभा से टिकट देने की बात कह रही थी, लेकिन राममूर्ति वर्मा ने जिले से बाहर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।

4 सीटों पर बागियों को मिला टिकट

इसी बीच पार्टी ने जिले की 4 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की थी। इसमें अकबरपुर से रामअचल राजभर, कटेहरी से लालजी वर्मा, जलालपुर से राकेश पांडेय और आलापुर से त्रिभुवन दत्त का नाम शामिल है। ये सभी बीएसपी के बागी नेता हैं। टांडा सीट को लेकर पार्टी के अंदर मंथन चल रहा था और आखिरकार राममूर्ति वर्मा की नाराजगी दूर करने के लिए उन्हें टांडा से टिकट दे दिया गया।

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