आपने देखा होगा कि छोटे बदलाव भी ज़िन्दगी बदल देते हैं। इस पन्ने पर हम सीधे, उपयोगी और आज़माए हुए तरीके बताएंगे—जिन्हें आप कल से ही अपनाना शुरू कर सकते हैं। न्यूज़ इंसाइड 24 पर हम खबरों के साथ व्यावहारिक सलाह भी देते हैं ताकि स्वास्थ्य सिर्फ शब्द न रह जाए, बल्कि रोज़मर्रा की आदत बन जाए।
निज़ी अनुभव बताता है: बड़ी बदलो की ज़रूरत नहीं, छोटी आदतें टिकाऊ रहती हैं। रोज़ाना 30 मिनट तेज़ चाल में चलना, रोज़ 7-8 घंटे नींद, और हर दिन कम से कम 5 सर्विंग सब्ज़ी/फल आपके शरीर और मूड दोनों में फर्क लाते हैं।
पानी पीना बढ़ाएँ—दिनभर में कम से कम 2-3 लीटर (आम गाइडलाइन)। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें; नींद की गुणवत्ता बढ़ेगी। अगर दफ्तर की नौकरी है तो हर घंटा उठकर 3-5 मिनट चलें—कंधे और कमर की परेशानी घटती है।
आहार में सरल बदलाव: फास्ट फूड घटाएँ, प्रोसेस्ड चीज़ों की जगह अंकुरित दाल, दही और सादी सब्ज़ियों की मात्रा बढ़ाएँ। नमक और शक्कर कम करें, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा कटौती न करें—संतुलन चाहिए।
तनाव पर काम करें: हर दिन 5-10 मिनट ध्यान या गहरी साँसें लेने की आदत डालें। ध्यान साबित तरीका है मूड सुधारने और नींद बेहतर करने का। अगर अकेले मुश्किल लगे तो तीन-चार बार छोटे ब्रेक में ध्यान करना शुरू करें।
भारत की आयु अपेक्षा क्यों बहुत कम है?
यह लेख साफ़ तरीके से बताता है कि खराब वायु, पोषण की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं का असमान वितरण और जीवनशैली की गलत आदतें किस तरह औसत आयु पर असर डालती हैं। लेख में सरकार और नागरिक दोनों के लिए साधारण कदम सुझाए गए हैं—जिन्हें अपनाकर आप और आपका परिवार लंबे और स्वस्थ साल पा सकते हैं।
हम इस श्रेणी में नियमित रूप से नए लेख जोड़ते हैं—खासकर उन्हीं मुद्दों पर जो सीधे आपकी दिनचर्या को प्रभावित करते हैं: नींद, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, योग और फिटनेस रूटीन। हर पोस्ट में सरल actionable सुझाव मिलेंगे, ताकि आप तुरंत बदलाव शुरू कर सकें।
अगर आप त्वरित सुधार चाहते हैं तो एक चीज आज ही करें: पानी की बोतल साथ रखें, सुबह की चहल-कदमी को 10 मिनट बढ़ाएँ और रात में स्क्रीन टाइम 30 मिनट पहले बंद कर दें—तीन साधारण कदम, पर असर तेज़ दिखेगा।
भारतीय महिलाओं को आसानी से आश्चर्यजनक काम और उनकी सहायता के लिए सम्मान मिलता है। वे अपने परिवारों, समुदायों, समाज और देश के लिए अनगिनत योगदान देती हैं। भारतीय महिलाओं के बारे में हम नहीं बता सकते कि वे क्या नहीं कर सकती हैं।
भारत में जीवन कोचिंग एक प्रकार का सेवा है जो मूलत: आवश्यकताओं को पूरा करने और सफलता प्राप्त करने के लिए लोगों को मदद करता है। यह हमारे आत्म विकास और आर्थिक सफलता को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयोगशालाओं, सेवाओं, समाज के लिए सुविधाओं और मार्गदर्शन प्रदान करती है।
भारतीय रोटी नेटिव अमेरिकी खाद्य के संदर्भ में एक विशिष्ट तरह का रोटा है। यह गुणवत्ता और स्वाद के कारण आदर्श रोटा के रूप में जाना जाता है। यह पर्याप्त तालवा और चिकनी मिश्रण से बनाया जाता है और सामग्री के अनुसार मिठाई के रूप में देखा जा सकता है। यह सभी उत्पादन प्रकार से उपलब्ध है और आप अपने आप को खास बनाने के लिए इसे नियमित रूप से सेव कर सकते हैं।
दिल्ली-NCR में भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम हुआ। IMD ने 5-10 सितंबर 2025 तक के लिए येलो अलर्ट जारी रखा है। 6-7 सितंबर को गरज-चमक के साथ तेज बारिश की आशंका, 8 को राहत, 9 को फिर तेज बौछारें संभव। अधिकतम तापमान 34-35°C और न्यूनतम 23-25°C के बीच। AQI 75 पर मध्यम, लेकिन संवेदनशील लोगों को सावधानी की सलाह।
इस ब्लॉग में हमने भारत में औसत आयु की कमी के मुख्य कारणों पर चर्चा की है। अनेक स्वास्थ्य सम्बंधित मुद्दों, गंदगी और प्रदूषण, गरीबी और अशिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और अनुचित आहार के कारण भारतियों की औसत आयु कम है। हमने इसे सुधारने के लिए सरकार और नागरिकों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला है।