CM Uddhav Thackeray और Governor Bhagat Singh Koshyari महिला सुरक्षा के मुद्दे पर आमने सामने, जानें क्या है मामला
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राज्यपाल Bhagat Singh Koshyari और CM Uddhav Thackeray के बीच विवाद के दूसरा अध्याय की शूरुआत हो गई है. राज्यपाल Bhagat Singh Koshyari ने मुंबई के साकीनाका में महिला के साथ हुए रेप और हैवानियत की घटना के बाद राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और महिला सुरक्षा पर चिंता व्यक्त करते हुए सीएम ठाकरे को एक पत्र लिखा है. उन्होंने सीएम उद्धव से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की है.
राज्यपाल के पत्र का जवाब सीएम उद्धव ठाकरे ने भी देने में देरी नहीं की है. सीएम उद्धव ने राज्यपाल को लिखे तीन पन्ने के पत्र में कहा है कि साकीनाका घटना पर आपने चिंता व्यक्त की है, सरकार भी चिंतित है. सीएम ने कहा कि दिल्ली, गुजरात, कश्मीर, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं हुई हैं. ऐसे में पीड़ित महिलाओं की आपसे अपेक्षाएं हैं, आप पीएम मोदी से गुज़ारिश कर संसद का चार दिवसीय सत्र बुलाकर देश भर में महिलाओं पर हुए अत्याचार पर चर्चा करने की विनती करें.
क्या है पूरा विवाद
दरअसल साकीनाका घटना के बाद बीजेपी की महिला विधायकों ने राज्य में बढ़ रहे महिला अत्याचार को लेकर एक निवेदन राज्यपाल को दिया था. जिसके बाद राज्यपाल ने महिला विधायकों की विनती पर सीएम को महिला अत्याचार पर दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने को कहा. लेकिन राज्यपाल के पत्र का सीएम ने जो उत्तर दिया उस पर बीजेपी महिला विधायकों ने जमकर नाराज़गी जताई है. वहीं, सीएम ने राज्यपाल को लिखे पत्र को मंत्रालय के सामने जलाकर विरोध जताया.
राजनीतिक उत्तर दे रहे हैं CM उद्धव
बीजेपी महिला विधायक मनीषा चौधरी और भारती लवेकर ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहां कि सीएम का पत्र देखकर लग रहा है कि ये पूरी तरह राजनीतिक है. सीएम हमें मुलाकात के लिए वक्त नहीं देते हैं, इसलिए हमने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा. उन्होंने हमारा मान रखते हुए हमारी बात सीएम से की, लेकिन महिलाओं की संवेदना को छोड़िए सीएम राजनीतिक उत्तर दे रहे हैं. साफ़ है कि सीएम को महिलाओं से कोई लेना देना नहीं है.
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