काशी में भवानी के 251 दरबार में आज से दर्शन: Varanasi में मां दुर्गा को दिया गया महामारी हरणी का विराट रूप, इन तस्वीरों में देखें विशेष पंडाल
वाराणसी के सनातन धर्म के पंडाल में मां दुर्गा की प्रतिमा। श्रद्धालुओं को भजन सुनाती कलाकार।
आज शाम 6 बजे से Varanasi की सड़कों और गलियों में केवल मां भवानी के सुर सजने लगेंगे। गीत-संगीत के साथ शारदीय नवरात्र की महाषष्ठी तिथि पर आज वाराणसी के सारे 251 पंडाल खुल रहे हैं। कोविड के कारण इस साल हर बार की तरह कोई भव्य पंडाल नहीं लगाया गया है। मगर इसके बाद भी भक्तों में आज दर्शन को लेकर खासा कौतूहल है।
वहीं शहर के सबसे लोकप्रिय पंडाल हथुआ मार्केट, तेलियाबाग, चंदासी और मछोदरी इस साल नहीं लगाए गए हैं। पूरे वाराणसी शहर में केवल 3 पंडाल शिवपुर, पांडेयपुर और अर्दली बाजार में भव्य बनाए गए हैं। वहीं वरुणापार
देवी बोधन से शुरू हुई पूजा
पूजा पंडालों में देवी बोधन, आमंत्रण और अधिवास के साथ विधिवत पूजा की गई। महाषष्ठी पूजन के दौरान मंत्रोच्चार करते हुए देवी को वस्त्र और आभूषण धारण कराए गए। वहीं बंगीय पूजा पंडालों में मां को सोने के गहनों से सजाया गया। दसों भुजाओं को अस्त्रों और शस्त्रों से ही नहीं बल्कि वैक्सीन, सैनिटाइजर, इंजेक्शन, दवाइयां और आला से सुशोभित कर दिया गया है। कोविड के काल में मां दुर्गा को महामारी हरणी का रूप दिया गया है। डॉक्टर स्वरूपा मईया हाथ में वैक्सीन लेकर कोविड रूपी महिषासुर का संहार कर रहीं हैं। यही नहीं महिषासुर को ब्लैक फंगस का भी रूप दिया गया है। भगवान गणेश ऑक्सीजन प्लांट तो वहीं कार्तिकेय महराज एंबुलेंस चला रहे हैं।
अर्दली बाजार स्थित पंडाल में मां दुर्गा डॉक्टर के रूप में वैक्सीन से महिषासुर का संहार कर रहीं है।
पांडेयपुर में सजाया गया दुर्गा पंडालएंग्