Harry Potter: Return to Hogwarts Movie Review: एक पूरी पीढ़ी के बड़े होने की कहानी है ‘हैरी पॉटर: रिटर्न टू हॉगवर्ट्स’
Harry Potter: Return to Hogwarts Movie Review: एक पूरी पीढ़ी के बड़े होने की कहानी है ‘हैरी पॉटर: रिटर्न टू हॉगवर्ट्स’
Harry Potter: Return to Hogwarts Movie Review: लेखिका जेके रॉलिंग ने 1995 में हैरी पॉटर की पहली किताब लिखी थी – हैरी पॉटर एंड फिलोसोफर’स स्टोन. करीब एक दर्जन पब्लिकेशन हाउसेस ने इस मैनुस्क्रिप्ट को रिजेक्ट कर दिया. अंत में किसी तरह विश्व प्रसिद्ध पब्लिकेशन ब्लूम्सबरी ने इसे छापने के लिए हामी भरी वो भी इसलिए कि ब्लूम्सबरी के चेयरमैन की आठ साल के बेटी ऐलिस न्यूटन ने इस मैनुस्क्रिप्ट को पढ़ा और उसे बहुत मज़ा आया.
बेटी के सामने मजबूर पिता ने किताब की 1000 प्रतियां छापी जिसमें से आधी तो लाइब्रेरीज में भेज दी गयी. जेके रॉलिंग को तो मात्र 1500 पौंड ही मिले. अगर कोई बाजार में जा कर उन दुर्लभ 1000 प्रतियों में से एक भी खरीदना चाहे तो उसे करीब करीब 20000 पौंड प्रति कॉपी खर्चा करना पड़ेंगे. आज की तारीख में जेके रॉलिंग की कुल संपत्ति 82 अरब और 24 करोड़ रुपये है. ये जादू है हैरी पॉटर का.
अमेज़ॉन प्राइम वीडियो पर 1 जनवरी को एक बहुत ही खूबसूरत डाक्यूमेंट्री रिलीज़ की गयी है – हैरी पोएटर : रिटर्न टू हॉगवर्ट्स। फिल्मइसे देख कर वैसा ही लगता है जैसा हैरी पॉटर सीरीज की 8 फिल्मों को देख कर लगता रहा है. याद रहे, पहली हैरी पॉटर फिल्म 2001 में आयी थी और आखिरी फिल्म 2011 में. इस डाक्यूमेंट्री में पहली फिल्म के 20 साल होने की बात है लेकिन साथ ही हर फिल्म के खट्टे मीठे किस्से और यादों का ऐसा सुन्दर जमावड़ा है कि कभी आप हंस पड़ेंगे, कभी रो देंगे और कभी आप भौंचक्के रह जायेंगे.
इसमें हैरी पॉटर बने डेनियल रैडक्लिफ़, उनके मित्र रॉन वीज़्ली यानि रुपर्ट ग्रिंट और हरमॉइनि ग्रेंजर यानि एमा वॉटसन के साथ फिल्म के पहले दिन की शूटिंग के किस्सों से लेकर उनके बड़े होने तक की कहानी है. निजी ज़िन्दगी के कुछ पल हैं, दुनिया में सबसे फेमस किरदार होने के अच्छे और बुरे अनुभव हैं, उनकी ज़िन्दगी में हैरी पॉटर की फिल्मों ने क्या असर डाला और कैसे उन्हें हर उस एक्टर की यादें ताज़ा हैं
जो उनके साथ इस फिल्म सीरीज में कभी न कभी काम कर रहे थे. हैरी पॉटर फिल्म के विलन वोल्डेमॉर्ट की भूमिका निभाने वाले ब्रिटिश एक्टर राल्फ फिएंस ने इस फिल्म के दौरान अपने 3 घंटे लम्बे मेकअप और अपनी सांप जैसी बोलने की अदा पर खासी रौशनी डाली. हॉगवर्ट्स वो जादू का स्कूल है जहाँ ये सभी लोग पढ़ने जाते हैं क्योंकि आम लोगों से परे, ये सभी लोग दरअसल जादुई शक्तियों के साथ पैदा हुए हैं.
जादू की दुनिया में हम सब जीना चाहते हैं लेकिन हैरी पॉटर जैसी दुनिया में जिन कलाकारों को जीने का मौका मिला उनके कल्पना के पंखों को तो अलग ही परवाज़ मिली है. डाक्यूमेंट्री में जो जो कलाकार अब जीवित नहीं हैं उनका ज़िक्र किया गया और कुछ अदाकारों जैसे एलन रिकमैन (प्रोफेसर स्नेप) को अलग किस्म की श्रद्धांजलि भी दी गयी. दरअसल हैरी पॉटर की किताबों को घोल कर पी चुके पाठक और लेखिका जेके रॉलिंग भी प्रोफेसर स्नेप को हैरी पॉटर का असली हीरो मानते हैं.
सीरीज की आखिरी फिल्म हैरी पॉटर एंड डेथली हैलोस 2 में ये पता चलता है कि प्रोफेसर स्नेप दरअसल एक हीरो हैं. वो हैरी की माँ के बचपन के दोस्त थे और उस से एक तरफ़ा प्यार भी करते थे. उन्होंने अपने एक तरफ़ा प्यार की कीमत, हैरी पॉटर के दुश्मन नज़र आ कर चुकाई है जबकि आखिर में पता चलता है कि वो हर पल हैरी की रक्षा कर रहे थे. उनकी इस क़ुरबानी के लिए हैरी ने अपने दूसरे बेटे का नाम एल्बस सेवेरस पॉटर रखा था, जिसमें सेवेरस, प्रोफेसर स्नेप का नाम था.
(फोटो साभारः Instagram @daniel9340)
इस डाक्यूमेंट्री में एमा वॉटसन ने कई ऐसे पलों को याद किया जिसमें हैरी की ज़िन्दगी के हर महत्वपूर्ण मौके का ज़िक्र रहा. हैरी के एक और सहपाठी ड्रैको मालफॉय (टॉम फेल्टन) के साथ एमा की खूबसूरत दोस्ती का भी ज़िक्र उन्होंने किया.
वहीँ हैरी यानि डेनियल, फिल्म सीरीज से जुड़े अलग अलग निर्देशकों से बात करते हुए नज़र आये और उनके निर्देशन के दिनों को याद करते रहे. रुपर्ट ग्रिंट भी इस सीरीज के 8 फिल्मों में काम करने वाले उनके सह अभिनेता और अभिनेत्रियों के साथ उनके बड़े ही अनूठे और प्यारे रिश्तों को याद करते रहे.
20 साल का वक्फा काफी लम्बा होता है. पहली हैरी पॉटर फिल्म 2001 में रिलीज़ हुई थी और इन दो दशकों में हैरी पॉटर के पाठक बढ़ते रहे हैं. आज तकरीबन हर 10 में से 1 व्यक्ति ने हैरी पॉटर पढ़ रखी है. एक अनुमान के अनुसार करीब 50 करोड़ से ज़्यादा किताबें छप चुकी हैं. हैरी पॉटर सीरीज की सभी फिल्मों ने अब तक 68, 223 करोड़ रुपयों का व्यवसाय किया है. फिल्म फ्रैंचाइज़ी के दुनिया में मार्वल सिनेमेटिक यूनिवर्स और स्टार वार्स की फिल्मों के बाद तीसरी सबसे सफल फ्रैंचाइज़ी हैं.
(फोटो साभारः Instagram @daniel9340)
इस डाक्यूमेंट्री को देखना एक सुखद अनुभव है. हर वो शख्स जिसने हैरी पॉटर पढ़ा है और फिर फिल्में देखी हैं, उन्हें ये बहुत ही मार्मिक अनुभव की तरह लगेगी. 20 सालों में सब लोग बड़े हो गए हैं. इसमें वो अभिनेता भी हैं जिन्होंने इस फिल्म को इसलिए करना मंज़ूर किया
क्योंकि जब उन्होंने अपने मित्र-परिचितों से कहा कि उन्हें हैरी पॉटर में काम मिल रहा है तो उनकी पूछ परख अचानक ही कई गुना बढ़ गयी. जैसे वोल्डेमॉर्ट की भूमिका में राल्फ ने कहा कि उनके बच्चों को जैसे ही पता चला कि वो वोल्डेमॉर्ट की भूमिका करेंगे, वो ख़ुशी से नाचने लगे.
ऐसा ही कुछ अन्य कलाकारों के साथ भी हुआ. हर किताब रिलीज़ होने पर बुक स्टोर के बाहर सैकड़ों बच्चे जमा हो जाते थे, कहीं कहीं उनके माता पिता उनकी जगह लाइन में रात भर खड़े रहते थे. ऐसा ही कुछ मजमा इन फिल्मों के रिलीज़ होने पर भी लगता था. किसी ज़माने में हमारे यहाँ जब अमिताभ या तमिलनाडु में रजनीकांत की फिल्में लगती थीं तो उत्सव का माहौल होता था.
हैरी पॉटर ने दुनिया के कोने कोने में अपना जादू फैलाया और लोगों को जादू में विश्वास करने के लिए प्रेरित किया. फिल्म में हैरी के स्कूल के प्रिंसिपल और उनके अघोषित गार्डियन एल्बस डम्बल्डोर कहते हैं कि हैरी तुम सबसे शक्तिशाली हो और रहोगे क्यों की तुम्हारे पास ताक़त है “प्यार” की.
हैरी पॉटर को प्यार करने वाले हर दर्शक को इसे देखना चाहिए. जिन लोगों ने हैरी पॉटर की किताबें बार बार पढ़ी हैं, फिल्में बार बार देखी हैं, उन्हें तो इस डाक्यूमेंट्री का एक एक पल ज़िन्दगी के हसीन पलों में ले जायेगा जहाँ हैरी का जादू, उन्हें सपने देखने और सपनों को पूरा करने के लिए कोशिश करने को प्रेरित करता था.
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