Agra: ये कैसी गाइडलाइन… अनुमति 1000 की, भीड़ हजारों की: नियम तोड़ने में एक मंच पर सभी पार्टियां, चुनावी गर्मी में खो गईं चुनाव आयोग की गाइडलाइन
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Agra: ये कैसी गाइडलाइन… अनुमति 1000 की, भीड़ हजारों की: नियम तोड़ने में एक मंच पर सभी पार्टियां, चुनावी गर्मी में खो गईं चुनाव आयोग की गाइडलाइन
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सभी दलों के नेताओं की चुनावी सभाएं जोर पकड़ने लगी हैं। भाजपा के बाद अब बसपा सुप्रीमो की चुनावी सभाएं भी शुरू हो गई हैं। इन सभाओं में सब नेता भले ही एक-दूसरे के खिलाफ आग-उगल रहे हैं, लेकिन नियम तोड़ने में सभी दल एक साथ खडे़ हैं। चुनाव आयोग ने पहले 500 और अब एक हजार लोगों के साथ सभा करने की अनुमति दी है, लेकिन इन सभाओं में हजारों की भीड़ उमड़ रही है। इसके बाद भी चुनाव आयोग और प्रशासन भी बडे़ नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
आगरा के एत्मादपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में भीड़ से खचाखच भरा मैदान।
भाजपा की रैलियों में उमड़ रही भीड़
चुनाव आयोग ने कोरोना के चलते बड़ी रैली और जनसभा करने पर रोक लगाई है। पहले 500 लोगों के साथ सभा करने की अनुमति थी, लेकिन एक फरवरी संख्या को बढ़ाकर एक हजार कर दिया गया है। मगर, चुनाव आयोग के इन निर्देशों का हकीकत में पालन होते नहीं दिख रहा। चुनाव की घोषणा होने के बाद से भाजपा की ओर से प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम के आयोजन में पार्टी के बडे़ नेता पहुंच रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह, डिप्टी सीएम केशव मौर्य सहित अन्य नेता लगातार जनसभा कर रहे हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने मेरठ, आगरा, मथुरा, बुलंदशहर समेत कई और जिलों में जनसभा की। इन जनसभा में हजार नहीं बल्कि हजारों की भीड़ उमड़ी। कोविड प्रोटोकाल जैसी कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। इसके बाद भी चुनाव आयोग या प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान में मायावती की रैली में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी।
मायावती की सभा मे अंदर हजार, बाहर 10 हजार
मायावती की चुनावी सीजन की पहली जनसभा में आगरा के कोठी मीना बाजार मैदान बने पंडाल में भले ही एक हजार लोगों को प्रवेश दिया गया हो, लेकिन पंडाल के बाहर हजारों की संख्या में भीड़ थी। मायावती को सुनने के लिए लोग एक-दूसरे से लदे पडे़ थे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जनसभा में मौजूद थे, मगर, इन लोगों को कोई टोकने वाला तक नहीं था।
रालोद भी पीछे नहीं
जनसभा में भीड़ जुटाकर नियम तोड़ने में रालोद भी पीछे नहीं है। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी की जनसभा में भी 500 की अनुमति के लेकर पांच हजार लोग जुटाए जा रहे हैं। मथुरा में हुई सभा में भीड़ उमड़ी थी।
अखिलेश के नामांकन में दर्जनों गाड़ियां
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आचार संहिता लगने के बाद भले ही कोई बड़ी जनसभा नहीं की है, लेकिन पिछले दिनों मैनपुरी में नामांकन के दौरान उन्होंने भी नियम तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नामांकन भरने के लिए आते समय उनके काफिले में दर्जनों गाड़ियां शामिल थीं। वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा में शामिल कराने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी।
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