Zika Virus: अब तक जीका संक्रमित 18 बच्चे मिले: एक बच्ची की हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती, चार साल के दो संक्रमित बच्चों में सबसे ज्यादा खतरा, स्वास्थ्य विभाग में बढ़ी बेचैनी
कानपुर में 18 बच्चों में मिला जीका का संक्रमण।
Zika Virus: जीका संक्रमण का दायरा कानपुर में बच्चों में भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। रविवार को जारी डीएम की रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर में जीका के 18 संक्रमित बच्चे हैं। इनमें चार साल के दो बच्चे भी शामिल हैं। जो सबसे ज्यादा खतरे की जद में हैं। संक्रमित सभी 18 बच्चों को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी निगरानी में ले लिया है। इन बच्चों का रोजाना वायटल चेकअप करने के साथ ही इलाज किया जा रहा है।
Zika Virus से बचाव के लिए बरतनी होगी सावधानियां।
छह किमी. दायरे के हजारों बच्चों पर जीका का संकट
जीका ने चकेरी एयरफोर्स स्टेशन के चौतरफा छह किमी. के दायरे को अपनी चपेट में ले लिया है। इन इलाकों में 18 बच्चे जांच में संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से एक 14 साल की बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संक्रमितों में 4 साल के दो बच्चों से लेकर 17 साल तक के बच्चे शामिल हैं। इससे स्वास्थ्य महकमें में चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी बच्चों को अपनी निगरानी में ले लिया है।
इन सभी बच्चों का रोजाना सुबह-शाम बीपी, बुखार, पल्स रेट और सांसों के उतार-चढ़ाव (रेसिपरेशन) की जांच की जा रही है। हांलाकि सीएमओ नेपाल सिंह की मानें तो अभी किसी भी बच्चे की हालत नाजुक नहीं है। सिर्फ एक बच्ची को एहतियातन भर्ती किया गया है। अन्य सभी बच्चे होम आइसोलेशन में हैं। इसके अलावा क्षेत्र में भारी संख्या में बच्चों में जीका के लक्षण मिले हैं। इसके चलते इलाके में तेजी से सैंपलिंग की जा रही है। Zika Virus की चपेट में आए छह किमी. के दायरे में लाखों की आबादी में बच्चों की भारी संख्या है। जिन पर Zika Virus का खतरा मंडरा रहा है।
जीका के लक्षण मिलते ही फौरन कराएं जांच।
दो साल तक के बच्चों के ब्रेन पर अटैक करता है Zika Virus
कानपुर मेडिकल कॉलेज डॉक्टरों के मुताबिक, शोध में पता चला है कि जीका का संक्रमण होते ही सबसे पहले वायरस गर्भस्थ शिशु से लेकर दो साल तक के बच्चों के ब्रेन पर सीधे अटैक करता है। ब्रेन की हड्डियों को संरचना को प्रभावित कर देता है। वायरस की वजह से शिशु के ब्रेन की हड्डियां गर्भ में गलने लगती हैं। इस वजह से ब्रेन पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता। ऐसे बच्चे बहुत छोटे सिर के साथ जन्म लेते हैं। छोटे सिर के साथ विकृति लिए पैदा होने की इस समस्या को माइक्रो सिफैली कहते हैं। इसके चलते गर्भस्थ शिशु से लेकर दो साल तक के बच्चों में Zika Virus का सबसे ज्यादा खतरा है।
छह किमी. के दायरे में 600 से ज्यादा गर्भवती महिलाएं
स्वास्थ्य विभाग के सर्वे के दौरान सामने आया है कि संक्रमण की चपेट में आए छह किमी. के दायरे में 600 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं की संख्या है। अगर जीका के संकट पर स्वास्थ्य विभाग रोकथाम नहीं लगा पाया तो आने वाले समय में आने वाले समय में एक बार फिर कोरोना के बाद जीका से तबाही मचने वाली है। क्यों कि इन गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के दौरान ही बच्चों में साइड इफेक्ट का पता चलेगा।
इन इलाकों में मिले जीका संक्रमित(Zika Virus)
ओमपुरवा, श्याम नगर ई-ब्लॉक, तिवारीपुर बगिया, पोखरपुर, कोयला नगर,गिरजा नगर, देहली सुजानपुर, काजीखेड़ा, हरजेंदर नगर, आदर्श नगर, लालकुर्ती, काकोरी और शिवकटरा क्षेत्र में जीका संक्रमण पाया गया है।
जीका संक्रमण – फैक्ट फाइल
जीका संक्रमितों की संख्या- 118
जीका संक्रमित बच्चों की संख्या- 18
केजीएमयू और एनआईवी पुणे भेजे गए सैंपल- 3200
कानपुर में जीका का पहला केस मिला- 23 अक्तूबर
23 अक्तूबर से अब तक जांच को लिए गए सैंपल- 3200
अब तक एडीज मच्छरों के सैंपल जांच को दिल्ली भेजे गए- 255 मच्छर
क्षेत्र में सर्वे के लिए लगाई गईं कुल टीमें- 74
मलेरिया विभाग की जांच के लिए टीमें – 10
कितनी गर्भवती महिलाओं का लिया गया सैंपल- 312
इलाके में रहने वाली गर्भवती महिलाएं सूचीबद्ध- 608
सस्पेक्टेड एरिया का क्षेत्र – करीब 6 किमी
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