रोटी रोज की सबसे आम और जरूरी चीज़ है, पर सही बनाना हर किसी को नहीं आता। यह पन्नी पतली नहीं, न कच्ची और न ही सख्त हो — बस नरम और स्वाददार। नीचे सीधी, काम की जानकारी मिलेगी जिससे आप हर बार अच्छी रोटी बना सकेंगे।
सामान्यत: सिर्फ गेहूं का आटा (अट्टी) और पानी चाहिए। 2 कप आटे के लिए लगभग 3/4 से 1 कप पानी चाहिए, पर पानी आटे के ग्रेड पर बदलता है। आटा गूँथने से पहले एक छोटा चुटकी नमक डालें—स्वाद बेहतर होता है।
गूँथने की विधि: आटा बाउल में लें, बीच में गहरा गड्ढा बनाएं और धीरे-धीरे पानी डालकर हाथ से मिलाएं। शुरू में थोड़ी रूकी-रूकी सी मिलावट रखें, फिर 8-10 मिनट तक गूँथें जब तक आटा चिकना और लोचदार न लगे। ग्रीस न करें, बस नरम आटा चाहिए—बहुत सख्त होगा तो रोटी कड़ी बनेगी।
आटा गूँथने के बाद कम से कम 15-20 मिनट ढककर रखें। इससे ग्लूटेन सेट हो जाता है और रोटी फूली-फूली बनती है।
रोटी बेलने का तरीका: छोटे लोइयां बनाएं, हल्का सा सूखा आटा छिड़ककर बेलन से बराबर दबाव में बेलें। बीच पतला और किनारे थोड़े मोटे रखें ताकि फुलने में मदद मिले।
तवा और सेंकना: अच्छी गर्मी वाला तवा रखें। तवे पर रोटी डालते ही पक्ष पर हल्की बुलबुलियाँ आएँ तो पलट दें। दूसरी तरफ से भी कुछ सेकंड में सेंककर, फिर सीधे आग पर या तवे पर हल्का दबाव देकर रोटी फूलाएं।
रोटी नरम रखने के आसान टिप्स: बेली हुई रोटी तुरंत ढक कर रखें या एक साफ कपड़े में डाल दें। थोड़ा घी या मक्खन लगाने से नम रहती है। अगर बची हुई रोटी को महीन रखना हो तो माइक्रोवेव में 10-15 सेकंड और स्टोव पर तवे पर हल्का सेंक दें।
आटे के विकल्प: स्मार्ट मिश्रण के लिए 3:1 गेहूं और ज्वार/बाजरा मिलाकर भी बेलें—पोषण बढ़ता है पर बेलने में थोड़ा धैर्य चाहिए। सरसों का तेल या दूध मिलाने से स्वाद और नरमी बढ़ती है, पर यह परंपरागत स्वाद बदल सकता है।
रोटी के प्रकार: साधारण चपाती, बटर रोटी, पराठा, तंदी और बाजरे/ज्वार की रोटियाँ। हर प्रकार का सेंकने और गूँथने का तरीका अलग होता है—पराठे में थोड़ा तेल या घी गूँथते हैं, बाजरे की रोटी हाथ से पतला पीटते हैं।
समस्या समाधान: अगर रोटी फूली नहीं, तो आटा थोड़ा सख्त हो सकता है या तवा कम गरम। अगर रोटी कच्ची रह जाती है तो आंच बढ़ाकर थोड़ा ज्यादा सेंकें। अगर फट जाती है तो लोई अधिक गीली या बेलन uneven दबाव का संकेत है।
रोटी रोज बनानी हो तो छोटे चाल-चलन बनाएं—सही गूँथ, आराम, तेज पर नहीं बल्कि मध्यम आंच और तुरंत ढकना। थोड़े अभ्यास से हर रोटी नरम, स्वादिष्ट और दिल से बनी लगेगी।
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