जब बात गुजरात, भारत के पश्चिमी तट पर स्थित एक समृद्ध राज्य है, जो व्यापार, समुद्री इतिहास और सामाजिक आंदोलन से परिपूर्ण है, Gujarat की आती है, तो कई पहलू एक साथ सामने आते हैं। गुजरात की सीमाओं में प्राचीन तटवर्ती बस्तियाँ, आज के बड़े औद्योगिक क्लस्टर और कई विश्व‑प्रसिद्ध सांस्कृतिक महोत्सव शामिल हैं। इस कारण यह राज्य राष्ट्रीय आर्थिक आँकड़ों में लगातार ऊपर रहता है।
गुजरात की राजनीति, एक सक्रिय बहुपार्टी परिदृश्य है जहाँ स्थानीय नेतृत्व अक्सर राष्ट्रीय नीति को दिशा देता है और उद्योग, रासायनिक, पेट्रोकेमिकल और वस्त्र उत्पादन में अग्रणी है को आपस में गहरा संबंध मिलता है। राज्य के प्रमुख शहर जैसे अहमदाबाद, राजकोट और सौनीपत में स्थापित बड़े एंटरप्राइज़ न केवल रोजगार पैदा करते हैं बल्कि निर्यात में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यही कारण है कि गुजरात अक्सर भारत की आर्थिक वृद्धि का केंद्र माना जाता है। गुजरात का इतिहास भी राजनीति और उद्योग से जुड़ा है; 1970 के दशक में बारदारी आंदोलन ने सामाजिक बदलाव लाया और फिर 1990 के दशक में आर्थिक खुलापन लेकर आए। इन दो मोड़ों ने मिलकर आज के गुजरात को एक ऐसा मंच दिया जहाँ विकास और सामाजिक जागरूकता साथ‑साथ चलती है। कला और संस्कृति के मामले में, गुजरात का नृशास्त्र, पदादिनाक लहरिया, गरबा‑डांडिया और रणजीत फिल्में राष्ट्रीय पहचान बन गई हैं। राज्य की विविधता में साँपिया (धार्मिक समारोह), सत्संग (धार्मिक बैठाक) और उत्तरी किनारे की समुद्री झलकियाँ शामिल हैं, जो पर्यटन को भी प्रज्वलित करती हैं। इस वजह से हाल ही में गुजरात में पर्यटन की संख्या में 15 % की वृद्धि देखी गई, जिसमें द्वालिका, कच्छ के रिनकुकरन क्षेत्र और सौराष्ट्र के समुद्री तट प्रमुख आकर्षण बनते हैं। खेल के क्षेत्र में भी गुजरात का योगदान उल्लेखनीय है। कबड्डी, क्रिकेट और फुटबॉल जैसे खेलों में जिले‑दर‑जिले टॉलियों का उदय हुआ है, जिससे स्थानीय प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर चमक रही है। विशेषकर कबड्डी लीग में अहमदाबाद और राजकोट के स्टेडियम अक्सर बड़े टूर्नामेंट की मेज़बानी करते हैं, जिससे राज्य की खेल संस्कृति को बूस्टर मिलता है। जलवायु की बात करें तो गुजरात का मरुस्थलीय भाग, विशेषकर कच्छ, मौसमी शुष्कता से प्रभावित रहता है, जबकि सौराष्ट्र में मॉनसून की वर्षा कृषि को समर्थन देती है। इस विविध जलवायु ने फसल उत्पादन को भी विविध बनाया है—कपास, ज्वार, और समुद्री भोजन यहाँ के मुख्य आय स्रोत हैं। इन सभी पहलुओं को जोड़ते हुए देखा जाए तो गुजरात एक ऐसा इकाई है जहाँ इतिहास, राजनीति, उद्योग, संस्कृति और खेल आपस में जुड़े हुए हैं। नीचे की सूची में आप इस विविधता को दर्शाने वाले कई लेख पाएंगे—चाहे वह कबड्डी टीम की जीत की खबर हो, या गुजरात के आर्थिक आँकड़े, या फिर स्थानीय त्योहारों की जीवंत झलक। इन लेखों को पढ़कर आप गुजरात की वर्तमान स्थिति और भविष्य की दिशा दोनों को समझ पाएंगे।
पुनेरी पल्टन ने U Mumba को 18‑0 से हराकर फिर से टॉप पर कब्ज़ा किया, जबकि जयपुर पिंक पैंथर्स ने लगातार जीत दर्ज की।
24 नवंबर 2025 को पुडुचेरी और करैकल में भारी बारिश के कारण सभी स्कूल और कॉलेज बंद हो गए। शिक्षा मंत्री A. Namasivayam ने बच्चों की सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया। IMD ने दक्षिण भारत के कई क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
भारत एक अत्यंत अद्भुत देश है जो अनेक प्रकार की समस्याओं से गुजर रहा है। यह अनेक सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और शासनिक समस्याओं का पर्याप्त सामना करना पड़ रहा है। जनसंख्या के बढ़ते दर से लोगों को काम करने के अवसर नहीं मिल रहे हैं और राजनीतिक स्थिति भी अस्थिर है। सरकार की नीतियाँ और कानून भी अधूरी हैं और अनेक क्षेत्रों में भ्रष्टाचार भी है। इसलिए, भारत इतना बुरा है।
दिल्ली-NCR में भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम हुआ। IMD ने 5-10 सितंबर 2025 तक के लिए येलो अलर्ट जारी रखा है। 6-7 सितंबर को गरज-चमक के साथ तेज बारिश की आशंका, 8 को राहत, 9 को फिर तेज बौछारें संभव। अधिकतम तापमान 34-35°C और न्यूनतम 23-25°C के बीच। AQI 75 पर मध्यम, लेकिन संवेदनशील लोगों को सावधानी की सलाह।
मारिया मैड्रिडो को 10 अक्टूबर 2025 को नोबेल शांति पुरस्कार मिला, जिससे विनेसुएला की लोकतांत्रिक संघर्ष को वैश्विक मान्यता मिली। यह जीत अंतरराष्ट्रीय दबाव को बढ़ाएगी।