जब भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 2025 की अक्टूबर छुट्टियों की सूची जारी की, तो सबसे बड़ी चर्चा भाई दूज पर केंद्रित हुई – खासकर 23 अक्टूबर को किन‑किन राज्यों में बैंकों की शाखाएँ बंद रहेंगी, इसका सवाल था। इस दिन गुजरात, सिक्किम, मनिपुर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में बैंक बंद रहेंगे। यह सिर्फ एक स्थानीय छुट्टी नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर RBI की नियमानुसार एक ‘पाबंद' (restricted) दिन है।
भाई दूज और उसका सांस्कृतिक महत्व
भाई दूज, जिसे कई नामों से भी जाना जाता है – भाबीज, भाई टिका, भैबीज आदि – दीवाली के दूसरे दिन मनाया जाता है। बहनें भाई की लंबी उम्र और सफलता की प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई अपने सीने में बहन के प्यार को सहेज कर रखता है। इस साल दीवाली 20 अक्टूबर, 2025 (सोमवार) को पड़ रही है, इसलिए भाई दूज 23 अक्टूबर, 2025 को आया। कई राज्यों में यह दिन स्थानीय रीति‑रिवाज़ के साथ मिलकर अतिरिक्त धार्मिक कार्यक्रमों जैसे कि चित्रगुप्त जयंती, लक्ष्मी पूजा और मेइती का निंगोल चक्कोबा भी मनाया जाता है।
आरबीआई की छुट्टी नीति – क्या कहती है कानून?
आरबीआई 25 व 26 धारा, Negotiable Instruments Act, 1881 के तहत राष्ट्रीय छुट्टियों, राज्य‑घोषित छुट्टियों और हफ्ते के अंत के दिन (संडे) को बैंकों की बंदी के रूप में मानता है। इसका मतलब है कि हर साल RBI एक कैलेंडर प्रकाशित करता है जिसमें सभी सार्वजनिक और निजी बैंकों को कब बंद रहना है, यह स्पष्ट किया जाता है। अक्टूबर 2025 की सूची में शामिल हैं:
- सभी रविवार (5, 12, 19, 26 अक्टूबर)
- दूसरा शनिवार (11 अक्टूबर) और चौथा शनिवार (25 अक्टूबर)
- दीवाली (20 अक्टूबर)
- गोवर्धन पूजा (22 अक्टूबर)
- भाई दूज (23 अक्टूबर) – राज्य अनुसार
- छठ पूजा (27‑28 अक्टूबर) – केवल कुछ राज्यों में
उपरोक्त तालिका दिखाती है कि कैसे राष्ट्रीय छुट्टियों के साथ राज्य‑स уровня की छुट्टियाँ जुड़कर एक लम्बी “विस्तारित सप्ताहांत” बनाती हैं।
राज्य‑वार बैंक बंदी का विस्तृत विवरण
भाई दूज के साथ जुड़े अतिरिक्त त्यौहारों के कारण प्रत्येक राज्य की छुट्टी सूची में थोड़ा‑बहुत अंतर है। नीचे प्रमुख छह राज्यों का सारांश दिया गया है:
- गुजरात: पूरी राज्य में भाई दूज के कारण सभी बैंकों की शाखाएँ बंद रहेंगी। इस दिन सदर वल्लभभाई पटेल जयंती भी है, पर वह 31 अक्टूबर को मनायी जाती है।
- सिक्किम: यहाँ केवल भाई दूज नहीं, बल्कि चित्रगुप्त जयंती और लक्ष्मी पूजा भी एक साथ मनायी जाती हैं, इसलिए दोनों कारणों से बंदी अनिवार्य है।
- मनिपुर: प्रदेश में निंगोल चक्कोबा (एक पारिवारिक उत्सव) 24 अक्टूबर को है, पर RBI की सूची के अनुसार 23 अक्टूबर को भी बैंक बंद रहेंगे, जिससे दो‑दिन की ‘पाबंद’ श्रृंखला बनती है।
- उत्तर प्रदेश: राज्य सरकार ने भाई दूज को ‘संजुक्त अवकाश’ (restricted holiday) घोषित किया है; इसलिए सभी सार्वजनिक और निजी बैंक इस दिन बंद रहेंगे।
- पश्चिम बंगाल: यहाँ चित्रगुप्त जयंती और लक्ष्मी पूजा दोनों ही 23 अक्टूबर तक चलती हैं, इसलिए बैंक बंदी का कारण केवल भाई दूज नहीं बल्कि इन दो आस्तिक धार्मिक संगमों का मिश्रण है।
- हिमाचल प्रदेश: राज्य ने भी भाई दूज को ‘अवकाश’ (holiday) सूची में शामिल किया है, जिससे अधिकांश बड़े शहरों के बैंक बंद रहेंगे।
दूसरी ओर, राजस्थान, उड़ीसा, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, और कई दक्षिणी राज्य इस तारीख को सामान्य कार्य दिवस मानते हैं। इसका मतलब है कि इन राज्यों में शाखा‑स्तर की सेवाएँ जारी रहेंगी, लेकिन डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म हमेशा की तरह चलती रहती हैं।
ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा?
भाई दूज की छुट्टी सिर्फ बैनकिंग कर्मियों को नहीं, बल्कि आम जनता को भी असुविधा में डाल सकती है। यहाँ कुछ बिंदु हैं जो ध्यान में रखने लायक हैं:
- नकदी निकासी: यदि आप ऐसी किसी राज्य में रहते हैं जहाँ बैंक बंद है, तो अपने मौसमी खर्चों (दीवाली की खरीद‑फरोख़्त, उपहार आदि) को ध्यान में रखते हुए पहले ही एटीएम या मोबाइल कॉरपोरेट एपीआई से नकदी निकाल लें।
- भुगतान‑संबंधी कार्य: बिल भुगतान, लोन की किस्त, या निवेश की कार्रवाई को 22 अक्टूबर (गोवर्धन पूजा) या 26 अक्टूबर (रविवार) तक समाप्त करना बेहतर रहेगा।
- डिजिटल बैंकिंग: सभी बैंकों ने घोषित किया है कि ऑनलाइन ट्रांसफ़र, UPI, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल ऐप्स इस दौरान पूरी तरह से कार्यशील रहेंगे। इसलिए आप इमरजेंसी में डिजिटल मोड का सहारा ले सकते हैं।
- कार्यालय‑दस्तावेज़ीकरण: कई लोग इस अवधि में “हाफ‑इयर क्लोजिंग” (अर्ध‑वार्षिक समापन) करते हैं; इसलिए बैंक दस्तावेज़ीकरण को पहले ही तैयार रखें।
एक दिलचस्प तथ्य: HDFC बैंक की आधिकारिक सूची में 23 अक्टूबर को ‘सदर वल्लभभाई पटेल जन्मदिन’ लिखा था, जो कि एक त्रुटि थी। यह दिखाता है कि छुट्टी के बारे में जानकारी कभी‑कभी अलग‑अलग स्रोतों में विरोधाभासी हो सकती है, इसलिए RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर सबसे सटीक डेटा उपलब्ध रहेगा।
भविष्य की संभावनाएँ – क्या और बदलाव आएँगे?
कई विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल भुगतान का विस्तार और इलेक्ट्रॉनीक फाइलिंग प्रणाली के कारण भौतिक शाखा बंदी की आवश्यकता धीरे‑धीरे कम हो रही है। लेकिन भारत में अभी भी कई ग्रामीण और दूर‑दराज़ क्षेत्रों में लोकल एटीएम और शाखा‑स्तर की सेवाओं पर भारी निर्भरता है। इसलिए RBI का यह कदम, विशेषकर त्योहार‑सीजन में, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने में मदद करेगा।
दूसरी ओर, राज्य‑सरकारें भी अपने आर्थिक कैलेंडर को इस प्रकार समायोजित कर रही हैं कि बहुत लंबे ‘विस्तारित सप्ताहांत’ न बनें, क्योंकि इससे व्यापार पर असर पड़ता है। इस साल दीवाली‑भाई दूज के बाद 27‑28 अक्टूबर को छठ पूजा भी कुछ राज्यों में छुट्टी के रूप में जुड़ी है, जिससे कुछ राज्यों में चार लगातार बंदी वाले दिन बन गए। यह “छुट्टी‑ओवरलैप” नीति पर अगला गंभीर बहस बन सकता है।
संक्षेप में, यदि आप गुजरात, सिक्किम, मनिपुर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल या हिमाचल प्रदेश में रहते हैं, तो 23 अक्टूबर को अपनी वित्तीय योजना पहले से तैयार रखें। बाकी राज्य में शाखाओं का संचालन सामान्य रहेगा, पर डिजिटल मीडियम पर निर्भरता को बढ़ाने से आप लम्बी छुट्टियों के दौरान भी परेशानी‑मुक्त रह सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भाई दूज के दिन किन राज्यों में सभी बैंकों की शाखाएँ बंद रहेंगी?
आरबीआई की आधिकारिक सूची के अनुसार, गुजरात, सिक्किम, मनिपुर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में बैंक 23 अक्टूबर को बंद रहेंगे।
यदि मेरा नजदीकी एटीएम बंद हो तो मैं नकदी कैसे प्राप्त करूं?
बैंकों की शाखा बंदी के बावजूद एटीएम अक्सर कार्यरत रहते हैं। लेकिन यदि एटीएम भी बंद हो तो आप किसी निकटतम शहर के एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं, या मोबाइल बैंकिंग के ज़रिये UPI/डिजिटल वॉलेट से भुगतान कर सकते हैं। आप घर में ही पर्याप्त नकदी निकालकर रख सकते हैं ताकि त्योहारी खर्चों में दिक्कत न हो।
क्या डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ 23 अक्टूबर को भी उपलब्ध रहेंगी?
हां, सभी प्रमुख बैंकों ने स्पष्ट किया है कि इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल एप्लिकेशन, UPI, IMPS और NEFT जैसी इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफ़र सेवाएँ इस छुट्टी के दौरान भी 24/7 उपलब्ध रहेंगी। इसलिए आप अपने खाते‑से‑खाते ट्रांसफ़र या बिल भुगतान ऑनलाइन कर सकते हैं।
भाई दूज की छुट्टी के साथ जुड़े अन्य प्रमुख त्यौहार कौन‑कौन से हैं?
इस वर्ष 23 अक्टूबर के पहले ही 20 अक्टूबर को दीवाली और 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा मनाई जाएगी। कुछ राज्यों में 24 अक्टूबर को निंगोल चक्कोबा (मनिपुर) और 27‑28 अक्टूबर को छठ पूजा भी अतिरिक्त अवकाश के रूप में दर्ज हैं। ये सभी त्यौहार मिलकर एक लंबी छुट्टी की श्रृंखला बनाते हैं।
भाई दूज की छुट्टियों के बाद बैंकों को कब तक सामान्य संचालन पर लौटना चाहिए?
भाई दूज के बाद 24 अक्टूबर (शुक्रवार) को अधिकांश बैंकों ने सामान्य कार्य शुरू कर दिया। कुछ राज्यों में 27‑28 अक्टूबर को चलने वाले छठ पूजा के कारण अतिरिक्त बंदी हो सकती है, इसलिए स्थानीय बैंक की आधिकारिक घोषणा को देखना आवश्यक है।